Gati kise kahte hai –क्या आपने कभी सोचा है कि गति क्या है और यह कैसे काम करती है? क्या आप विभिन्न प्रकार की गति के बारे में उत्सुक हैं? तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है! हम चर्चा करेंगे कि गति क्या है, विभिन्न प्रकार की गतियाँ और उनके अनुप्रयोग हिंदी में। तो अधिक जानने के लिए पढ़ते रहें!
विराम और गति (Gati kise kahte hai):
जब किसी निर्दिष्ट बिंदु के सापेक्ष किसी वस्तु की स्थिति समय के साथ नहीं बदलती है तो उसे विरामावस्था (state of rest ) में कहा जाता है। परंतु, वस्तु की स्थिति निर्दिष्ट बिंदु के सापेक्ष जब समय के साथ लगातार बदलती रहती है तब वह गतिशील (moving) या गत्यावस्था (state of motion) में कही जाती है।
विराम और गति के दो प्रकार हो सकते हैं(Gati kitne prakar ke hote hain)–
- निरपेक्ष (absolute)
- सापेक्ष (relative)
गुरुत्व के अधीन मुक्त रूप से गिरती हुई वस्तु की गति (Motion of a Body Falling Freely under Gravity):
जब कोई वस्तु ऊर्ध्वाधरतः (vertically) नीचे की ओर मुक्त रूप से गिरती है तब उसका एक निश्चित त्वरण होता है तथा इसका गति पथ सरल रेखा होता है। इस त्वरण को गुरुत्वीय त्वरण (acceleration due to gravity) कहते हैं और इसे ‘g’ से निरूपित करते हैं। इस त्वरण की दिशा ऊर्ध्वाधरतः नीचे की ओर (vertically downward) होती है और इसका मान (लगभग 9.8ms^-2 या 32 fts^-2) सामान्यतः नियत माना जाता है यदि ऊँचाई का मान पृथ्वी की त्रिज्या (6400 km) की तुलना में बहुत कम हो।
जब कोई वस्तु नीचे की ओर गिर रही हो, तो उसका वेग और गुरुत्वीय त्वरण दोनों की दिशा एक ही ओर होती है और ‘g’ का मान धनात्मक (positive) लिया जाता है। इसलिए ऊर्ध्वाधरतः नीचे की ओर गिरनेवाली वस्तुओं के लिए गति- समीकरण निम्नलिखित होते हैं- (a) v = u+gt (b) h = ut + 1/ 2gt^2 (c) v^2 = u^2 + 2gh
तथा
[यहाँ x के स्थान पर h तथा a के स्थान पर g लिखा गया है । ]
- यदि वस्तु ऊर्ध्वाधरतः (vertically) ऊपर फेंकी गई हो, तो गुरुत्वीय त्वरण ‘g’ का मान ऋणात्मक (negative) लेने पर गति-समीकरणों के रूप निम्नलिखित होंगे-
- v=u-gt
- h=ut-1/2gt^2
- v^2=u^2-2gh
Read More-गैसों का गतिज सिद्धांत क्या है, ऐवोगाड़ो स्थिरांक और मोल की संकल्पना (Kinetic Theory of Gases)
द्विविम में गति अथवा किसी समतल में गति (Motion in Two Dimensions or Motion in a Plane):

यदि कोई कण सरल रेखा (straight line) पर चलता हो, तो उसकी गति को सरलरैखिक गति (linear motion) कहा जाता है। लेकिन कण की गति यदि वक्र पथ (curved path) पर किसी समतल (plane) में सीमित हो, तो उसे समतल में गति (motion in a plane) या समतलीय गति (plane motion) या द्विविमीय गति (two dimensional motion) कहा जाता है ।
प्रक्षेप्य की गति (Projectile Motion):
जब कोई वस्तु ऊर्ध्वाधर दिशा से किसी कोण पर ऊपर की ओर फेंकी जाती है, तब उसकी गति प्रक्षेप्य की गति (projectile motion) कही जाती है और वह (वस्तु) जिस पथ का अनुसरण करती है उसे प्रक्षेप-पथ (trajectory) कहा जाता है।
उदाहरणार्थ, जब किसी बंदूक से गोली दागी जाती है, तो उसका प्रक्षेप- पथ की भाँति परवलीय (parabolic) होता है।
त्रिविम में वस्तु की गति ( Motion of Object in Three Dimensions):
आकाश (space) में गतिशील वस्तु की गति को त्रिविम गति (three-dimensional motion) कहा जाता है तथा इसे व्यक्त करने के लिए त्रिविम नियामक पद्धति (three-dimensional coordinate system) प्रयुक्त होता है।
उदाहरण के लिए, आकाश में उड़ते हुए पक्षी या पतंग की गति त्रिविम होती है; क्योंकि किसी समय उसकी स्थिति (position) को व्यक्त करने के लिए तीन नियामक, अर्थात (x, y, z) का ज्ञात रहना आवश्यक है।
Read More-गुप्त ऊष्मा किसे कहते है, गुप्त ऊष्मा की परिभाषा (Gupt Ushma Kya Hai)
FAQ?
गति किसे कहते है?
गति, सामान्य शब्दों में, किसी वस्तु की स्थिति में परिवर्तन को कहा जाता है।
गति का फार्मूला क्या है ?
जहा s=चाल , d=दुरी , t= समय
Conclusion
दोस्तों हमारा Blog….”गति किसे कहते है, गति कितने प्रकार की होती है(Gati kitne prakar ke hote hain)”पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद उम्मीद करता हूं कि इस आर्टिकल में आपको अपने सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल रह गया हो, तो आप हमसे Comments द्वारा पूछ सकते हैं.