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तात्क्षणिक वेग किसे कहते हैं, तात्क्षणिक वेग का सूत्र (Average Velocity and Instantaneous Velocity )

तात्क्षणिक वेग किसे कहते हैं-क्या आप औसत वेग और तात्कालिक वेग के बीच के अंतर के बारे में उत्सुक हैं? क्या आप इन राशियों की गणना करने का एक आसान तरीका ढूंढ रहे हैं? अगर ऐसा है, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है! हम चर्चा करेंगे कि तात्क्षणिक वेग क्या है, तात्क्षणिक वेग के सूत्र के साथ। आरंभ करने के लिए तैयार हैं? चलो गोता लगाएँ!

माध्य वेग तथा तात्क्षणिक वेग (Average Velocity and Instantaneous Velocity ):

किसी कण की गतिशील अवस्था में समय के साथ उसकी स्थिति में लगातार परिवर्तन होता रहता है। है। अब स्थिति का परिवर्तन कितनी तेजी से (how fast) है तथा किस दिशा में होता है, इस तथ्य को औसत वेग या माध्य वेग (average velocity) से व्यक्त किया जाता है।

तात्क्षणिक वेग (Instantaneous velocity) –

किसी गतिशील कण के गति पथ के विभिन्न बिंदुओं पर सूक्ष्म अंतरालों के लिए यदि माध्य वेग के मान भिन्न हों, तो कण को चर वेग (variable velocity) से गतिशील कहा जाता है। इस प्रकार की गति में किसी क्षण वेग के यथार्थ (exact) मान को तात्क्षणिक वेग (instantaneous velocity) कहा जाता है।

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आपेक्षिक वेग (Relative Velocity ):

कोई वस्तु गति की अवस्था में तब मानी जाती है जब समय के साथ उसकी स्थिति में परिवर्तन हो। निरपेक्ष गति अथवा विराम (absolute motion or rest) केवल कल्पनामात्र है, क्योंकि इस ब्रह्मांड में कोई वस्तु पूर्णतः स्थिर नहीं है।

जब दो वस्तुएँ गतिमान हों, तो उनमें से किसी एक का, दूसरी की अपेक्षा (with respect to the other) जो वेग होता है, वह आपेक्षिक वेग (relative velocity) कहा जाता है|

परंतु, चूँकि दूसरी वस्तु वास्तव में गतिमान है, अतः इसे स्थिर करने के लिए हम अपनी कल्पना में, उसके वेग के ठीक बराबर और विपरीत वेग इसके वास्तविक वेग पर लगाते हैं। समता बनाए रखने के लिए, पहली वस्तु के वेग पर भी दूसरी वस्तु के बराबर, किंतु विपरीत (equal and opposite) वेग लगाते हैं। इससे दूसरी वस्तु तो स्थिर हो जाएगी, परंतु पहली वस्तु एक परिणामी (resultant) वेग प्राप्त कर लेगी। यह परिणामी वेग ही पहली वस्तु का दूसरी वस्तु की अपेक्षा आपेक्षिक वेग हुआ।

माध्य एवं तात्क्षणिक त्वरण (Average and Instantaneous Acceleration):

यदि किसी कण के वेग में समय के साथ परिवर्तन होता है तो कहा जाता है कि कण की गति में त्वरण है। त्वरण द्वारा किसी कण के वेग में परिवर्तन की समय दर का ज्ञान होता है।

त्वरण की दिशा, वेग में उत्पन्न परिवर्तन की दिशा में होती है। वेग-वृद्धि के क्रम में त्वरण धनात्मक होता है जबकि वेग-ह्रास के क्रम में त्वरण ऋणात्मक होता है। ऋणात्मक त्वरण को मंदन (deceleration) कहा जाता है|

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तात्क्षणिक त्वरण ( Instantaneous – acceleration) –

किसी गतिशील कण के गति पथ के विभिन्न बिंदुओं पर सूक्ष्म अंतरालों के लिए यदि माध्य त्वरण के मान भिन्न हों, तो कहा जाता है कि कण चर त्वरण (variable acceleration) से गतिशील है। इस प्रकार की गति में किसी क्षण त्वरण के यथार्थ (exact) मान को तात्क्षणिक त्वरण (instantaneous acceleration) कहा जाता है।

FAQ?

तात्क्षणिक वेग किसे कहते है?

किसी भी क्षण किसी वस्तु की गति उसका तात्क्षणिक वेग होती है।

तात्क्षणिक वेग की विमा क्या होती है ?

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Conclusion

दोस्तों हमारा Blog….”तात्क्षणिक वेग किसे कहते हैं, तात्क्षणिक वेग का सूत्र (Average Velocity and Instantaneous Velocity )”पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद उम्मीद करता हूं कि इस आर्टिकल में आपको अपने सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल रह गया हो, तो आप हमसे Comments द्वारा पूछ सकते हैं.

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